यह खबर है कनाड़ा से जहां एक 15 साल के बच्चे ने सैटलाइट की तस्वीर की मदद से हजारों साल पुरानी माया सभ्यता का एक विलुप्त शहर खोज निकाला है।
![[Image: l_maya-nagari-1462949930.jpg]]()
यह शहर मैक्सिको के जंगल में पाया गया है, जो माया सभ्यता का चौथा सबसे बड़ा शहर है। बच्चे ने इसका नाम माउथ ऑफ फॉयर दिया है।
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क्यूबेक के रहने वाले 15 वर्षीय विलियम गैडोरी के अध्ययन के मुताबिक, माया सभ्यता के लोग नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार अपने शहरों और कस्बों के स्थान का चयन करते थे। उसने पाया कि माया सभ्यता के शहरों की स्थिति तारों की स्थिति के साथ मेल खाती है।
गैडोरी ने कनाडा की स्पेस एजेंसी की ओर से मुहैया कराई गईं सैटेलाइट तस्वीरों और उसे गूगल अर्थ मैप का अध्ययन किया। जिसके बाद उसने पाया कि नक्षत्रों का तीसरा तारा जहां था, वहां उस शहर को स्थापित होना चाहिए था। हालाकि अभी इस शहर को खोजा नहीं गया है।
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[i](File Image) – Image Credit: ANET SCHWARTZ/AFP/Getty Images[/i]
वहीं इस बात की पुष्टि करते हुए कनाडा स्पेस एजेंसी के डिनएल डी लिस्ले ने कहा कि घने जंगल होने के कारण इस इलाके का अध्ययन करना काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा कि सैटेलाइट की तस्वीरों से ऐसा लग रहा है कि वहां जमीन के अंदर कोई बड़ी संरचना मौजूद है।
माया सभ्यता को लेकर की गई यह खबर रेडिट पर पोस्ट किए जाने के बाद खूब वायरल हो रहा है और लोगों से 15 साल के बच्चे को बधाई संदेश मिल रहे हैं। बता दें की 2012 में इंटरनेट पर माया सभ्यता से संबंधित पूर्वानुमान वायरल होने के बाद विलियम गैडोरी इसके बारे में जानने के लिए उत्सुक हुए थे। इस उत्सुकता के बाद माया सभ्यता की रिसर्च को लेकर गैडोरी गंभीर हुए।
![[Image: l_maya-nagari-1462949930.jpg]](http://vigyaan.indiannova.in/wp-content/uploads/2016/05/l_maya-nagari-1462949930.jpg)
यह शहर मैक्सिको के जंगल में पाया गया है, जो माया सभ्यता का चौथा सबसे बड़ा शहर है। बच्चे ने इसका नाम माउथ ऑफ फॉयर दिया है।
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क्यूबेक के रहने वाले 15 वर्षीय विलियम गैडोरी के अध्ययन के मुताबिक, माया सभ्यता के लोग नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार अपने शहरों और कस्बों के स्थान का चयन करते थे। उसने पाया कि माया सभ्यता के शहरों की स्थिति तारों की स्थिति के साथ मेल खाती है।
गैडोरी ने कनाडा की स्पेस एजेंसी की ओर से मुहैया कराई गईं सैटेलाइट तस्वीरों और उसे गूगल अर्थ मैप का अध्ययन किया। जिसके बाद उसने पाया कि नक्षत्रों का तीसरा तारा जहां था, वहां उस शहर को स्थापित होना चाहिए था। हालाकि अभी इस शहर को खोजा नहीं गया है।
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![[Image: maya-city.jpg]](http://static.independent.co.uk/s3fs-public/styles/story_large/public/thumbnails/image/2016/05/09/20/maya-city.jpg)
माया सभ्यता को लेकर की गई यह खबर रेडिट पर पोस्ट किए जाने के बाद खूब वायरल हो रहा है और लोगों से 15 साल के बच्चे को बधाई संदेश मिल रहे हैं। बता दें की 2012 में इंटरनेट पर माया सभ्यता से संबंधित पूर्वानुमान वायरल होने के बाद विलियम गैडोरी इसके बारे में जानने के लिए उत्सुक हुए थे। इस उत्सुकता के बाद माया सभ्यता की रिसर्च को लेकर गैडोरी गंभीर हुए।